पत्थर बोये थे
अब
दीवारें उगने लगी हैं यहां
और
फैलती जा रही हैं जहरीली हवा होकर
अब दम घुटता है
सांसे डूबती हैं
अपने विनाशक
हम ही हैं
अब
दीवारें उगने लगी हैं यहां
और
फैलती जा रही हैं जहरीली हवा होकर
अब दम घुटता है
सांसे डूबती हैं
अपने विनाशक
हम ही हैं
शानदार प्रस्तुती
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